संत, सरोवर व तरुवर परोपकार के लिए ही आते हैं धरा पर : पर्यावरण धर्म गुरु डॉ कौशल

- Sudhakar Pandey
- 13 Jun, 2025
पर्यावरण धर्म के तहत डॉ कौशल ने गुरु हरगोबिन्द साहिब की जयंती पर दो स्थानो पर किया पौधा रोपण
संत, सरोवर व तरुवर परोपकार के लिए ही आते हैं धरा पर : पर्यावरण धर्म गुरु डॉ कौशल
अब गूगल भी बताएगा पर्यावरण धर्म ज्ञान मंदिर की विस्तृत जानकारी
प्रकृति से केवल लेने का नहीं देने की परंपरा को भी करना होगा विकसित : पर्यावरणविद डॉ कौशल
फ़ोटो- वृक्षों पर राखी बांधते वन राखी मूवमेंट के प्रणेता डॉ कौशल व शिक्षिका
छतरपुर पलामू झारखंड
जिले के छतरपुर अनुमंडल के पिपरा प्रखंड के चपरवार रिद्धि सिद्धि प्लांट और कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में गुरुवार को विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पर्यावरण धर्मगुरु व वन राखी मूवमेंट के प्रणेता पर्यावरणविद ट्री मैन डॉ कौशल किशोर जायसवाल ने कार्यक्रम की शुरुआत कन्या पूजन एवं पर्यावरण धर्म के प्रार्थना के साथ की। इस मौके पर उन्होंने थाईलैंड प्रजाति के बारहमासी आम, चंदन , अमरूद, कटहल , कदम, महोगनी, गोल्ड मोहर इत्यादि के पौधे रिद्धि सिद्धि प्लांट और कस्तूरबा विद्यालय परिसर में पौधरोपण किया ।जबकि समापन वृक्षों पर रक्षाबंधन कर किया ।
पर्यावरणविद डॉ कौशल ने कार्यक्रम में शामिल लोगों को पर्यावरण धर्म के आठ मूल ज्ञान मंत्रों की शपथ दिलाते हुए पर्यावरण धर्म की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी, बढ़ती प्रदूषण, जल संकट, और जलवायु परिवर्तन को रोकना है तो सरकार जितनी भी उद्योग है सभी उद्योगों के चिमनियों व वाहनों के साइलेंसर को क्रमशः वाष्प चिमनी व वाष्प साइलेंसर बनाने की व्यवस्था करना होगा। उन्होनें कहा कि जनसंख्या विस्फोट के कारण आवश्यकता के लिए जितनी भी गाड़ियां बढ़ रही हैं उतनी पौधा नहीं लगाई जा रही हैं । धर्म गुरु श्री कौशल ने यह भी कहा कि केवल पौधा लगाने से नहीं प्रदूषण पैदा करने वाले यंत्र को भी रोकना होगा। उन्होनें सभी लोगों से अपने धर्म के साथ साथ पर्यावरण धर्म के आठ मूल ज्ञान मंत्रों को अपने जीवन में उतारे तभी हम जलवायु परिवर्तन रोक पाएंगे । अन्यथा गर्मी के दिनों में बाढ़ बरसेगी और बरसात में आसमान में तारे दिखेंगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वार्डेन रेणुका पांडेय ने कहा कि विद्यालय परिसर में पर्यावरणविद डॉ कौशल के द्वारा इसके पहले भी लगाए गए हैं। वे सभी पौधे आज बृक्ष होकर फूल फल दे रहे हैं
संचालन कर रहे सहायक वार्डेन अनिता कुमारी ने कहा कि पलामू की धरती धन्य है जहां पर्यावरण धर्मगुरु डॉ कौशल किशोर जायसवाल जैसे महापुरुष को जन्म दिया है जिनकी ख्याति केवल जिले ही नहीं बल्कि देश विदेश तक पहुंच गई है।
पंचायत डाली बाजार के पूर्व उप मुखिया अफजाल अंसारी व जुबेर अंसारी ने कहा कि डॉ कौशल के द्वारा पंचायत डाली बाजार के कौशल नगर में पार्क विकसित कर दुनिया का पहला पर्यावरण धर्म ज्ञान मंदिर का निर्माण कराया गया है। जहां
घूमने के लिए लोगों का तांता लगा रहता है क्योंकि पार्क में कई देशों के विलुप्त प्रजाति के पौधे लगे हैं। यही कारण है कि कई राज्यों के लोग पर्यावरण धर्म ज्ञान मंदिर कहां है । इसकी जानकारी गूगल से लेकर वहां पहुंच रहे हैं। मौके पर
प्रमोद सिंह, सोनू सिंह,शिक्षिका संध्या कुमारी, सावित्री कुमारी, अनुपमा शर्मा, मोनिका धान, छात्रा शांति कुमारी, निशा कुमारी, माली उत्तम ठाकुर सत्य सिंह आदि उपस्थित थी।
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